MP Guest scholars: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने 3 मार्च को निर्धारित सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा को स्थगित कर दिया है। आयोग ने अपने पत्र क्रमांक 3139 में यह जानकारी देते हुए कहा है कि परीक्षा की नई तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी।
इस फैसले से पहले अतिथि विद्वान महासंघ ने भर्ती परीक्षा का विरोध किया था। उनका कहना था कि उम्र और आरक्षण को लेकर मामला कोर्ट में विचाराधीन है और ऐसे में परीक्षा आयोजित करना उचित नहीं है।
अतिथि विद्वान महासंघ के मिडिया प्रभारी डॉ. आशीष पांडेय ने कहा कि यह भर्ती पूरी तरह से विवादित हो गई है। उन्होंने कहा कि पिछली 2017 की विवादित भर्ती से ज्यादा विवादित ये पीएससी सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा है। उन्होंने सरकार से इस भर्ती को तत्काल निरस्त कर अतिथि विद्वानों को नियमित करने की मांग की।
अतिथि विद्वान महासंघ के अध्यक्ष डॉ. देवराज सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने अतिथि विद्वानों से जो वादा किया है उसे पूरा करे और उन्हें फिक्स वेतन और स्थाई नियुक्ति दे। उन्होंने कहा कि महापंचायत में शिवराज सिंह चौहान और मोहन यादव ने भी इसकी घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि पीएससी अतिथि विद्वानों का हल नहीं है और सरकार को इस भर्ती को निरस्त कर उनके साथ न्याय करना चाहिए।
इस फैसले के बाद अब यह देखना होगा कि सरकार अतिथि विद्वानों की मांगों पर क्या कदम उठाती है और भर्ती परीक्षा की नई तारीख क्या होगी।