फिटकरी (Fitkari), जिसे अलुमिनियम सल्फेट के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राकृतिक खनिज है जो सदियों से भारत में विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता रहा है।प्राचीन काल में औषधि से लेकर घरेलू और सौंदर्य सामग्री तक में उपयोग किया जाता था। फिटकरी के एंटीसेप्टिक गुण इसे घावों को साफ करने और संक्रमण से बचाव में मददगार बनाते हैं। कट, खरोंच या चोट लगने पर, फिटकरी के घोल से धोने से रक्तस्राव रुकने में मदद मिलती है।
Fitkari Benefits फिटकरी के फायदे
त्वचा की देखभाल के लिए भी फिटकरी का उपयोग बड़े पैमाने में किया जाता है। यह त्वचा को साफ करने, मुँहासे, सूजन और जलन को कम करने में सहायक होती है। फिटकरी का उपयोग डेओडोरेंट के रूप में भी किया जाता है क्योंकि यह पसीने को सूखने और दुर्गंध को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, फिटकरी से बालों को धोने से डैंड्रफ से छुटकारा मिलता है और बालों की चमक बढ़ती है।
घरेलू उपयोग में भी फिटकरी अत्यंत महत्वपूर्ण है। पानी को शुद्ध करने, कपड़ों को धोने और फलों और सब्जियों को ज्यादा समय तक बिना खराब हुए रखने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। फिटकरी का उपयोग घाव धोने के लिए 1-2 चम्मच फिटकरी को एक कप पानी में घोलें और घाव को साफ करें। त्वचा की देखभाल के लिए, इस घोल को चेहरे पर लगाएं और 10-15 मिनट बाद धो लें। डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए, फिटकरी के घोल से बालों को धोएं और 10-15 मिनट बाद धो लें।
हालांकि, फिटकरी का उपयोग करने से पहले थोड़ा सा त्वचा पर लगा कर देख लीजिये। किसी भी एलर्जी या परेशानी के मामले में, फिटकरी का उपयोग बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें। फिटकरी एक बहुमुखी और प्रकृति का तोहफा है जिसका उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य और घरेलू उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। किसी भी नई दवा या उपचार का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
How Fitkari Make फिटकरी कैसे बनती है
फिटकरी बनाने की प्रक्रिया में बॉक्साइट अयस्क से अल्यूमीनियम सल्फेट का उत्पादन शामिल होता है। बॉक्साइट को सल्फ्यूरिक एसिड के साथ प्रतिक्रिया करवाकर अल्यूमीनियम सल्फेट बनाया जाता है। इसके बाद, अल्यूमीनियम सल्फेट को पोटेशियम सल्फेट के साथ मिलाया जाता है, जो एक अन्य क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ होता है। दोनों को पानी में घोलकर मिलाने पर फिटकरी के क्रिस्टल बनते हैं। इन क्रिस्टलों को तब फ़िल्टर और सुखाया जाता है।
Fitkari ka Sutra फिटकरी का सूत्र
फिटकरी का रासायनिक सूत्र उसके प्रकार पर निर्भर करता है।
पोटेशियम एलम: KAl(SO4)2·12H2O, सोडियम एलम: NaAl(SO4)2·12H2O, अमोनियम एलम: NH4Al(SO4)2·12H2O सबसे सामान्य प्रकार, पोटेशियम एलम, का सूत्र KAl(SO4)2·12H2O होता है। इसमें पोटेशियम, अल्यूमीनियम, सल्फेट और पानी के अणु होते हैं।
फिटकरी को और भी कई नामों से भी जाना जाता है। जैसे Fitkari, Phitkari, Alum