मध्य प्रदेश में वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2023: मध्य प्रदेश में उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2023 के पदवृद्धि की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत उम्मीदवारों का सब्र आखिरकार टूट गया है। 17 से 22 जून तक राजधानी भोपाल में एक बड़े आंदोलन की तैयारी चल रही है, जो पदवृद्धि की मांग को लेकर सरकार पर दबाव बनाने का एक अहम कदम है। सोशल मीडिया पर इस आंदोलन को लेकर उम्मीदवार एकजुट हो रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि पदवृद्धि की मांग अब सड़कों पर उठाई जाएगी।
इस आंदोलन का नेतृत्व चयनित शिक्षक संघ और बेरोजगार शिक्षक संघ, ये दोनों संगठन मिलकर करेंगे। इन दोनों संगठनों ने मिलकर “संयुक्त मोर्चा (वेटिंग शिक्षक)” नाम से एक नया संगठन बनाया है, जो इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत लगाएगा। यह पहली बार है जब ये दोनों संगठन मिलकर एक आंदोलन में शामिल हो रहे हैं, जो उम्मीदवारों की एकजुटता और आंदोलन की ताकत को दर्शाता है।
वर्ग 1 की भर्ती से जुड़े उम्मीदवार पदवृद्धि की मांग को लेकर लगभग हर मुमकिन दरवाजा खटखटा चुके हैं। विभागीय मंत्री से लेकर अधिकारियों तक से मिलने के बाद भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी है। स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से पदवृद्धि को लेकर कोई स्पष्ट स्थिति सामने नहीं आ सकी है, और शिक्षकों की कमी से बोर्ड परीक्षा के परिणाम भी प्रभावित हुए हैं।
इस आंदोलन के पीछे तीन मुख्य कारण हैं:
- प्रदेश भर में लगभग 25,000 अतिथि शिक्षक हैं, जो वर्ग 1 के पदों पर काम कर रहे हैं। इतने पद खाली होने के बावजूद विभाग पदवृद्धि करने को तैयार नहीं है।
- विभाग आरटीआई के माध्यम से भी वर्ग 1 में शिक्षकों की स्थिति, कार्यरत शिक्षकों की संख्या और खाली पदों की जानकारी देने से बच रहा है।
- मंत्री, जनप्रतिनिधि और अधिकारियों से मिलने के बाद भी पदवृद्धि को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है।
कुछ दिन पहले ही उम्मीदवारों के एक प्रतिनिधि मंडल ने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की थी। अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि भर्ती में पदवृद्धि नहीं होगी। ऐसे में अब उम्मीदवारों के सामने आर पार की लड़ाई छेड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। कई उम्मीदवार ओवर ऐज होने की दहलीज पर खड़े हैं, जिससे यह आंदोलन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
यह आंदोलन ऐसे समय में हो रहा है जब स्कूल शिक्षा विभाग ने वर्ग 1 के खाली पदों की जानकारी बुला ली है और विभागीय स्तर पर भर्ती की तैयारी पूरी हो चुकी है। चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद विभाग किसी भी समय भर्ती प्रक्रिया शुरू कर सकता है। विभागीय अधिकारियों द्वारा पदवृद्धि की संभावनाओं को पहले ही नकार दिया गया है, जिसके कारण उम्मीदवारों ने अब इंतजार करना उचित नहीं समझा।
इस आंदोलन में उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2023 से जुड़े अन्य राज्यों के वेटिंग उम्मीदवार भी शामिल होंगे। संयुक्त मोर्चा (वेटिंग शिक्षक) का एक दल उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार जैसे राज्यों के उम्मीदवारों से संपर्क कर रहा है ताकि इस आंदोलन को और मजबूत बनाया जा सके।
यह आंदोलन मध्य प्रदेश में शिक्षकों की कमी और पदवृद्धि की मांग को लेकर चल रहे संघर्ष को एक नए आयाम पर ले जा रहा है। उम्मीदवारों की हताशा और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए यह एक निर्णायक लड़ाई साबित हो सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस आंदोलन को लेकर क्या कदम उठाती है और क्या उम्मीदवारों की मांगों को पूरा करने के लिए कोई समाधान निकल पाता है।