उत्तर मध्य रेलवे के आगरा डिवीजन के अनुसार, 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाले सेमी-हाई स्पीड इंजन में Anti-Train collision प्रणाली Kavach के ब्रेकिंग परीक्षण में अद्भुत परिणाम सामने आए हैं।
यह टेस्ट उत्तर प्रदेश के शहर वृन्दावन में समय के अनुसार शुरू हुआ और हरियाणा के पलवल में ख़त्म हुआ और फिर पलवल से वापस वृन्दावन गया। 19 जनवरी, 2024 को, कवच प्रणाली से सुसज्जित एक सेमी-हाई स्पीड इंजन, WAP-5, पलवल-मथुरा रेलवे लाइन पर 160 किमी प्रति घंटे की गति से चला। जल्द ही डिवीजन एक लोकोमोटिव और यात्री गाड़ियों का उपयोग करके फिर से टेस्ट होंगे।
आगरा डिवीजन ने पलवल के बीच 80 किलोमीटर पर एक संपूर्ण कवच नेटवर्क विकसित किया है। इसमें स्टेशन और अन्य स्थानों पर रेलवे पटरियों पर RFID टैग लग गये है।
Research Designs and Standards Organisation (RDSO) द्वारा विकसित kavach तुरंत ब्रेक लगाने की क्षमता रखती है। सुरक्षा में सुधार के लिए, भारतीय रेलवे अब इस तकनीक को अपने पूरे नेटवर्क में लागू कर रहा है।
वंदे भारत जैसी सेमी-हाई स्पीड ट्रेनें शुरू की जा रही हैं जो 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, इसलिए 130 किमी प्रति घंटे से ऊपर की गति पर इस प्रणाली का परीक्षण करना आवश्यक है।