chiku ki kheti kaise karen चीकू एक ऐसा फल है जिसे नार्थ इंडिया में बेहद पसंद किया जाता है। चीकू को खाने पर आप अपने शरीर में बढ़ी हुई गर्मी को भी ठंडा कर सकते है.चीकू को आयुर्वेदिक फल भी कहा जाता है इसकी अंदर मौजूद बीज को सूखा कर उसका पाउडर बनाया जाता है और इसे शुगर कण्ट्रोल करने के लिए खाया जाता है।
चीकू एक स्वादिष्ट फल है जिसे खाकर बड़ा आनंद आता है। यह फल एक बागवानी फल है चीकू की उत्पत्ति मध्य अमेरिका के भाग मेक्सिको में हुई थी। आजकल भारत में भी चीकू की खेती खूब की जाने लगी है। चीकू फल यदि एक बार लगा दिया जाए तो यह कई वर्षो तक फल देते रहता है। चीकू के अंदर सभी आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते है चीकू का सेवन करना मनुष्य के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। चीकू में एक खास तरह की मिठास पायी जाती है। चीकू को किसी बीमारी में खाना फायदेमंद साबित होता है।
chiku ki kheti kaise karen
चीकू की खेती आमतौर पे आसान खेती जैसी ही होती है लेकिन इस फल के पौधे को लगाने के लिए कुछ विशेष बातो का ध्यान रखना पड़ता है। चीकू के पौधे लगाने का सबसे बढ़िया मौसम बारिश का होता है जिसमे चीकू को पानी की कमी नहीं होती और चीकू की फसल अच्छे बढ़ती है। जब आप चीकू का पेड़ लगाने के लिए गड्डा कर लेते है उस दौरान उस गड्ढे में गोबर की खाद डालना जरुरी होता है वह गोबर खाद पेड़ को बढ़ने में मदद करती है। गोबर की मात्रा 30 किलोग्राम होनी चाहिए।
चीकू की खेती में सिचाई कैसे करे
जब आप इसे बरसात के मौसम में लगाते है तो इस बरसात के मौसम में सिचाई की जरुरत नहीं होती बारिश में चीकू को पानी की कमी की समस्या नहीं होती। लेकिन गर्मी के दिनों में इसे पानी की जरुरत होती है गर्मी के मौसम में 7 – 8 दिन लगातार सिंचाई करनी चाहिए। ठंडी के दिनों में 15 दिनों तक सिंचाई करनी चाहिए। सही समय पर सिंचाई करने से फल की वृद्धि अच्छे से होती है और पेड़ जल्दी बढ़ता है।