मध्य प्रदेश प्रदेश के अतिथि शिक्षक हाल ही में जारी आदेश के अनुसार, स्कूलों में नए शिक्षकों की नियुक्ति के साथ ही संबंधित विषयों के अतिथि शिक्षकों को सेवामुक्त किया जाएगा। इस निर्णय ने प्रदेश भर के अतिथि शिक्षकों के मन में भय का माहौल है।
8 जनवरी को लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिला शिक्षा अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए कि जिन स्कूलों में नए शिक्षक नियुक्त हो चुके हैं, वहां अतिथि शिक्षकों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त की जाएं। इसके साथ ही, उन्हें स्कूल के पोर्टल से भी हटाने के आदेश दिए गए हैं।
यह निर्णय पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई घोषणा के विपरीत है, जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया था कि सत्र के बीच में किसी भी अतिथि शिक्षक को नहीं हटाया जाएगा। इसके चलते, अतिथि शिक्षक सरकार से समायोजन और रोजगार की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि वे वर्षों से स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और शिक्षा व्यवस्था का एक अभिन्न अंग हैं। उन्हें अचानक हटाए जाने से न केवल उनका भविष्य अनिश्चित हो जाएगा, बल्कि शिक्षा व्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ेगा।