उज्जैन बाबा महाकाल के लिए विश्वप्रसिद्ध मंदिर है। जहाँ आम आदमी से लेकर बड़े बड़े हीरो सेलेब्रिटीज़ सभी बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए यहाँ आते है। यहाँ पर आके जो भी अपनी मनोकामना बाबा के सामने रख देता है। बाबा उसकी मनोकामना पूर्ण कर देते है। महाकाल उज्जैन में सबकी रक्षा व सबका ध्यान रखते है महाकाल के भक्त कभी भी उनके दरबार से निराश हो कर नहीं लौटते। उज्जैन को लेकर कई मिथक भी है जैसे की यहाँ कोई और राजा रात्रि विश्राम नहीं कर सकता। उज्जैन में कितने मंदिर है इसकी जानकारी आपको इसी आर्टिकल में आगे जानने को मिलेंगी इसीलिए बने रहे हमारे साथ।
कुछ सवाल जो की उज्जैन को लेकर काफी पूछे जाते है। आइये हम सबसे पहले उन्ही सवालों से शुरुवात करते है। उज्जैन को लेकर जो मिथक है उसपर बात करते है।
उज्जैन में रात क्यों नहीं रुकता कोई
उज्जैन में रात में किसी और राजा का रुकना मना है। कहा जाता है की यहा कोई भी राजा ,मंत्री या नेता रात को रुक नहीं सकते ऐसा इसीलिए माना जाता है की उज्जैन के लोगो का कहना है की यहाँ केवल एक ही राजा है और वो बाबा महाकाल है। उनके अलावा कोई भी यहाँ का राजा नहीं है। लेकिन हालही में जब मुख्यमंत्री मोहन यादव उज्जैन गए तो वह अपने घर उज्जैन में विश्राम करने के लिए रुक गए। विश्राम करने के बाद उन्हें कुछ भी नहीं हुआ। इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जनता को यह स्पष्ट किया की यहाँ के राजा तो बाबा महाकाल ही है। हम तो सिर्फ उनके बच्चे है। और मैं भी उनके बेटे के रूप में ही उज्जैन में विश्राम कर पाया ,मैं मुख्यमंत्री की हैसियत से उज्जैन नहीं गया था।
उज्जैन में धर्मशाला कहा पर है
उज्जैन में धर्मशाला कहा पर है यह सवाल यहाँ आने वाले सभी भक्तो का रहता है। उज्जैन में भारत माता मंदिर परिसर में धर्मशाला है। लेकिन यहाँ पर और भी रुकने की सुविधाएं है जब आप उज्जैन जाने के लिए अंदर मार्किट वाले रस्ते पर जाते है तो वह से आपको कई छोटे छोटे होटल व धर्मशाला मिलती है ,जहा आप अपनी सुविधा अनुसार रुक सकते है।
उज्जैन का किंग कौन है
महाकाल को ही उज्जैन का किंग कहा जाता है। महाकाल के अलावा यहाँ और कोई किंग नहीं है। उज्जैन में आखरी शासन राजा विक्रमादित्य का था। इसीलिए राजा विक्रमादित्य को भी उज्जैन का किंग कहा जाता है। लेकिन यहाँ कोई भी किंग या मंत्री के रुकने की मान्यता नहीं है। इसीलिए बाबा महाकाल को ही उज्जैन का किंग कहा जाता है।
उज्जैन में टोटल कितने मंदिर है
उज्जैन में कुल 14 मंदिर है। उज्जैन में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर स्तिथ है। उज्जैन में भैरव बाबा का भी मंदिर है। जहा भक्त बाबा को मदिरा चढ़ाते है। ujjain उज्जैन में विश्व का एक मात्रा मंगलनाथ भगवान् का मंदिर है। जहा मांगलिक दोष की पूजा की जाती है साथ ही मंगलनाथ मंदिर के ऊपर से कर्क रेखा गुजरती है। वैज्ञानिक भी उज्जैन को एक रहस्मयी नगरी मानते है।
उज्जैन देवास से कितनी दूर है
उज्जैन देवास से केवल 35 किलोमीटर की दुरी पर है। इंदौर देवास दोनों उज्जैन से 35 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ है। देवास पहुंच कर आसानी से उज्जैन की यात्रा की जा सकती है। उज्जैन मध्यप्रदेश के टूरिसम का एक मुख्य हिस्सा है। हर साल यह लाखो लोग अपने लिए आशीर्वाद लेने आते है। उज्जैन में कुंडली में पाए जाने वाले सभी दोषो की पूजा होती है। जिससे की कुंडली में कोई दोष नहीं रहता ,नव ग्रहो की शांति भी की जाती है। उज्जैन बाबा महाकाल की चमत्कारी नगरी है। भक्त सोच भी नहीं सकते ऐसे चमत्कार बाबा महाकाल कर देते है।
हालही में पिछले साल अक्षय कुमार और मशहूर अभिनेता पंकज त्रिपाठी की फिल्म ओह माय गॉड 2 की शूटिंग उज्जैन में ही की गयी थी। फिल्म में दिखाया गया प्रसिद्ध गायक हंसराज रघुवंशी का मशहूर गीत शिव मेरे महाकाल बाबा के मंदिर परिसर में ही फिल्माया गया है। जिसमे मुख्या भूमिका पंकज त्रिपाठी निभा रहे है। उज्जैन मे लोग अपनी बुरी आदतों को छोड़ने के लिए भी आते है। उनका कहना है की जब बाबा महाकाल से अर्जी लगाओ की मुझे ये चीज छोड़नी है। तब वो चीज आपको कितनी भी सता रही हो आप उस चीज को अपने आप ही छोड़ देंगे। बुरी आदत कब आसानी से छूट जाएगी पता भी नहीं चलेगा।
अभी ताजा खबर आयी सामने
क्रिकेटर केएल राहुल उज्जैन पहुंचे है। महाकाल के दर्शन के लिए राहुल निकल गए है। मंदिर पहुंचकर राहुल ने दर्शन भी कर लिए है। आने वाले अपने क्रिकेट करियर के लिए राहुल पहुंचे है महाकाल बाबा के दर्शन करने उनके साथ उनके माता पिता भी आये है। शाम को 6 बजे भस्म आरती के बाद केएल राहुल ने अपने माता पिता के साथ बाबा महाकाल के दर्शन किये।
ujjain jaane me kitna kharcha aata hai
उज्जैन जाने के लिए आप भी सोच रहे है और नहीं जानते की उज्जैन जाने में कितना खर्चा आता है तो बने रहे हमारे साथ आगे इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे है। उज्जैन जाने में कितना खर्चा आता है। महाकाल दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग को 60 दिन पहले किया जाता है। इसके अलावा आप दर्शन से दो दिन पहले भी टिकट बुक कर सकते है। एक व्यक्ति अपने खाते से १० लोगो के लिए बुकिंग कर सकता है। ऑनलाइन बुकिंग करने में आपको केवल 200 रूपए का खर्चा आता है। यदि आप भारत के किसी भी राज्य या शहर से आते है तो पहले आपको या तो इंदौर पहुंचना होगा या देवास इन दोनों स्थानों से उज्जैन आप आसानी से जा सकते है। खर्चे की बात की जाए तो आप अपने शहर से अपने आप पर खर्च होने वाले रूपए को पहले ही लिख के हिसाब कर ले। उज्जैन आने के बाद यहाँ आपको अलग अलग चीजों के अलग अलग रेट देखने को मिलेंगे जिसमे आप अपने सुविधा अनुसार पैसे खर्च कर सकते है।
उज्जैन लोकल में घूमने फिरने व खाने पिने में लगभग 2000 हजार रूपए तक खर्च हो सकते है। बाकि खर्चा आप के ऊपर निर्भर करता है।